अब पोकरण शहर में ठहरेंगी ट्रेनें, नई लाइन भी डलेगी : शेखावत
- पोकरण में शुरू हुआ ट्रेनों का ठहराव, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने क्षत्रवासियों को दी बधाई पोकरण/जोधपुर, 8 अप्रैल। पोकरण में लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की स्थानीय निवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग शनिवार को पूरी हो गई। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने वर्चुअल संदेश में क्षत्रवासियों को बधाई दी। शेखावत ने कहा कि अब जैसलमेर जाने वाली ट्रेनें पोकरण शहर में होकर गुजरेंगी और यहां उनका ठहराव भी होगा।
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि ब्रॉडगेज लाइन बनने के बाद पोकरण में लंबी दूरी की ट्रेनों का आना तकनीकी कारणों से बंद हो गया था। इस समस्या को दूर करने के लिए मैं भी निरंतर प्रयास कर रहा था। मैंने आप लोगों को भरोसा दिलाया था कि एक स्थायी समाधान इस समस्या का निकाला जाएगा। एक नई लाइन भी बिछाकर इस समस्या का स्थायी समाधान करेेंगे। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री जी से तकनीकी डिस्कशन के बाद इस समस्या का समाधान हो गया है। अब से सभी रेले पोकरण से होकर जाएगी और यहां नियमित रूप से ठहरेंगी।
इन ट्रेनों का होगा ठहराव
शेखावत ने बताया कि जयपुर-जैसलमेर एक्सप्रेस, लालगढ़-जैसलमेर एक्सप्रेस, काठगोदाम-जैसलमेर एक्सप्रेस और बांद्रा जैसलमेर एक्सप्रेस, ये चारों आते और जाते समय पोकरण के अंदर आएंगी और ठहराव के बाद जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं रेल मंत्री जी का भी इस क्षेत्र का सांसद होने के नाते आभार ज्ञापित करता हूं और क्षेत्रवासियो को इस बहुप्रीक्षित कार्य को पूरा होने पर बधाई देता हूं।
नई लाइन के लिए सर्वे मंजूर : वैष्णव
अपने वीडियो संदेश में रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने कहा कि मेरा पोकरण आना तय था, लेकिन प्रधानमंत्री जी चैन्नई में वंदे भारत ट्रेन को लॉन्च कर रहे हैं। इस कारण मैं आ नहीं सका। केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जी ने पोकरण की समस्या के बारे में बताया था। उसका समाधान कर दिया गया है। टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर दिया गया है। अब ट्रेनें पोकरण शहर के अंदर आएंगी। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक और लाइन बनाने का भी निर्णय किया है। इसका सर्वे भी सेंक्शन हो गया है। वो प्रोजेक्ट भी आप सबके सामने जल्द आएगा।
शेखावत ने की थी रेल मंत्री से मुलाकात
लंबे समय से चल रही पोकरण रेलवे स्टेशन को लंबी दूरी की रेलों से जोड़ने की मांग को लेकर जिले के भाजपा नेताओं ने दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री से मिलकर चर्चा की थी। दरअसल, आजादी से पूर्व साल 1938 में पोकरण में रेलवे स्टेशन की स्थापना की गई थी। उस समय पोकरण स्टेशन मारवाड़ का अंतिम स्टेशन हुआ करता था। समय के बदलाव के साथ पोकरण रेलवे स्टेशन पर कई तरह के विकास कार्य करवाते हुए आधुनिकीकरण भी किया गया। वर्तमान में पोकरण से जोधपुर, पोकरण से अहमदाबाद व पोकरण से जम्मुतवी तक 3 जोड़ी रेलों का संचालन होता है, जबकि लंबी दूरी की रेलों का पोकरण से संचालन नहीं होकर गोमट व रामदेवरा से होता है। ऐसे में पोकरण क्षेत्र के वाशिंदों को गोमट अथवा रामदेवरा जाकर यात्रा करनी पड़ती है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। इसी को लेकर लंबे समय से पोकरण से रामदेवरा वाया कैलाश टैकरी होते हुए सीधी रेल लाइन बिछाने की मांग की जा रही है।