नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में आए पहले भूकंप के 15 दिन बाद एक बार फिर धरती डोल उठी है। सोमवार को तुर्की में तेज भूकंप के झटके फिर महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। फिलहाल जानमाल के नुकसान का पता नहीं चल पाया है। भूकंप आने के बाद से ही तुर्की में फिर से अफरातफरी मच गई है। पिछले 15 दिनों में तुर्की में करीब आधा दर्जन बार भूकंप आ चुका है। भूकंप के केंद्र का पता लगाया जा रहा है।
आपको बता दें कि यह भूकंप ऐसे वक्त आया है, जब तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने सोमवार को दूसरी बार भूकंप प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत और बचाव कार्यों का दौरा किया है। उन्होंने आज ही तुर्की में मलबे से लोगों को जीवित निकाले जाने के अभियान को समाप्त करने की घोषणा की थी। उनका कहना था कि अब भूकंप के करीब 15 दिन हो चुके हैं। ऐसे में अब मलबे में किसी के भी जीवित रहने की संभावनाएं नहीं रह गई हैं। इसलिए राहत और बचाव कार्य को जल्द समाप्त किया जाएगा। आपको बता दें कि गत 6 फरवरी को तुर्की में 7.8 रिक्टर स्केल पर भूकंप आया था। इसमें तुर्की और सीरिया में अब तक 45 हजार से अधिक लोगों के मौत होने की पुष्टि की जा चुकी है।
भूकंप ने मचाई अफरातफरी
करीब 15 दिन बाद आज सोमवार को तुर्की में दोबारा भूकंप आने से दहशत फैल गई है। धरती हिलते ही लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर भागना शुरू कर दिया है। शेल्टर होम और अस्थाई ठिकानों में रह रहे लोग भी बाहर निकल आए हैं। अभी तक इस भूकंप से हुई तबाही के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं अभी एक दिन पहले भी भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीम भी तुर्की से आपरेशन दोस्त को अंजाम देने के बाद भारत लौटी है। इसके बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की गई टीम से बात करके उन सभी का हौसला भी बढ़ाया है। भारत के इस प्रयास की दुनिया भर में तारीफ हो रही है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी रविवार को तुर्की के भूकंप प्रभावित हेते का दौरा किया था और अमेरिका की ओर से तुर्की को 10 अरब डॉलर की सहायता राशि देने का ऐलान किया था।
यह भी पढ़ें…
अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन पहुंचे तुर्की, भूकंप पीड़ितों के लिए 10 करोड़ डॉलर सहायता का ऐलान