जोधपुर। परमहंस परिव्राजकाचार्य स्वामी ईश्वरानंद गिरि महाराज के सन्यासी शिष्य चित्रापुर सारस्वत शिराली कर्नाटक के मठाधिपति सद्योजात शंकराश्रम महाराज के पीठारोहण के रजत जयंती के उपलक्ष्य में जूना खेड़ापति हनुमान मंदिर में नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। संवित साधनायन संस्थान, संवित धाम आश्रम, सारस्वत समाज जोधपुर और जूना खेड़ापति हनुमान मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शहर की 51 से ज्यादा धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं ने स्वागत किया। संत सरोवर, सोमाश्रम, अर्बुदाचल के मठाधिपति स्वामी संवित नारायण गिरि महाराज ने अध्यक्षता की जबकि मुख्य अतिथि महारानी हेमलता राजे थी। ऋतंभरा वसिष्ठ, त्रिपुरा वसिष्ठ, हेमांगी वसिष्ठ, प्रमोद किशन, सुनील दाधीच, विमल सोनू ने मंगलाचरण गान व संकीर्तन प्रस्तुत किया। समारोह का संचालन संवित साधनायन संस्थान के सचिव भरत जोशी ने किया। संस्थान के उपाध्यक्ष डा सी एस कल्ला ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इससे पहले स्वामी सद्योजात शंकराश्रम स्वामी के जूना खेड़ापति मंदिर पहुंचने पर वेदपाठी ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए तथा शंख ध्वनि के साथ स्वागत किया। उसके बाद सुमंगली महिलाओ व बालिकाओ ने पुष्प वर्षा कर संतों का अभिनंदन किया। सर्वप्रथम महारानी हेमलता राजे, स्वामी नारायण गिरि महाराज,संवित साधनायन संस्थान की अध्यक्षा रानी उषा देवी, सारस्वत समाज के अध्यक्ष आर के ओझा, जूना खेड़ापति हनुमान मंदिर के अध्यक्ष कमलेश पुरोहित ने शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रोफेसर डा गणेशीलाल सुथार ने संस्कृत भाषा में तथा भरत जोशी ने हिंदी भाषा में अभिनंदन पत्र का वाचन किया। उसके पश्चात शहर की 51 संस्थाओं की तरफ से शाल ओढ़ाकर और श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया।